रायपुर :बजट चाहे किसी भी सरकार का हो! केंद्र सरकार का हो या राज्य सरकार का। उस बजट का लगभग 30 से 35% राशि भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ जाता है। जिसका न तो किसी भी प्रकार का रिकवरी होता है, न तो भ्रष्टाचार करने वाली बड़ी मछलियों पर कोई कार्यवाही। कुछ दिनों के लिए मेन स्ट्रीम मीडिया, सोशल मीडिया, टीवी, न्यूज़ चैनलों में, पक्ष- विपक्ष के प्रवक्ताओं के द्वारा उस भ्रष्टाचार पर बहस किया जाता है और 1 सप्ताह, 15 दिन बहस करने के पश्चात एक कमेटी गठित कर दी जाती है। वह कमेटी लगभग 2,4,5 सालों में जांच प्रतिवेदन तैयार कर संबंधित न्यायालय में सौंप देती है और वह मामला उस न्यायालय में भी लगभग 5-10 वर्षों तक चलता है (कुछेक मामलों को छोड़कर)। तब तक लोग उस भ्रष्टाचारी को भी भूल जाते हैं और भ्रष्टाचार की राशि को भी। परंतु बेरोजगारी दर जस का तस बना रहता है और उससे कई गुना बढ़ जाता है। जैसे अभी वर्तमान में लाखों बेरोजगार बेरोजगारी के कारण दर-दर भटक रहे हैं। जिस पर किसी भी सरकार द्वारा स्पष्ट योजना बनाकर दूर करने का प्रयास नहीं किया जाता।
परंतु अखण्ड लोकतांत्रिक पार्टी द्वारा उसी 30-35% राशि को जो भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ जाती है, उसी राशि को अखण्ड लोकतांत्रिक पार्टी के फार्मूले के अनुसार (5 वर्षों के शासनकाल में 25 वर्षों की बेरोजगारी दूर करने का फार्मूला) समस्त बेरोजगार भाई-बहनों में उनकी योग्यतानुसार वितरित किया जाएगा । जिससे बेरोजगारी भी दूर होगी और भ्रष्टाचार में भी कमी आएगी।
अखण्ड लोकतांत्रिक पार्टी का फार्मूला बहुत गहन/ चिंतन कर बनाया गया है उसी गहराई से इसके संबंध में हम सबको सोचना चाहिए।
इसीलिए इस बार अपना वोट व्यर्थ न जाने दें। अखण्ड लोकतांत्रिक पार्टी ऑटो रिक्शा को जीताकर अपने/ अपने बच्चों और अपने परिवार का भविष्य संवारने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दें।