अवैध खनन कर बनाएं तालाब में मिला बच्चे का शव
थाना नेवरा क्षेत्र ग्राम पंचायत कोहका का मामला
थाना प्रभारी मुकेश शर्मा ने अवैध खनन कर बनाएं खदान में खुद छलांग लगाकर मासूम के शव को निकाले बाहर।
अवैध खनन से बनाएं गहरे खदान ने ले ली मासूम की जान। कौन होगा जिम्मेदार गहरीकरण करवाने वाले या गहरीकरण करने वाले किन पर होगी कार्यवाही।
बालक एक दिन पूर्व से था लापता।
तिल्दा नेवरा : मृतक बालक अंकित यादव एक दिन पूर्व अपने बताया कि मैं क्रिकेट खेलने जा रहा हूं कह कर जो एक दिन तक घर ही नहीं लौटा। अंकित को उम्र 12 वर्ष है जो हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी कोहका में आपने परिवार के साथ रहता था।
अंकित के घर आने पर परिजनों द्वारा थाना में शिकायत दर्ज करवाया गया शिकायत मिलने पर नेवरा पुलिस टीम छानबीन में जुट गया था।
पुलिस टीम के द्वारा सीसीटीवी एवं आसपास रहवासियों से काफी पूछताछ किए किंतु अंकित यादव को कुछ पता नहीं चला था।
अंकित यादव के गुम होने की खबर आसपास पूरे क्षेत्र में फैल गया साथ ही लोग अंकित के फोटो को सोशल मीडिया में शेयर कर मिलने पर संपर्क करने की दुआएं मांग रहे थे।
ग्राम कोहका के निवासियों द्वारा नेवरा पुलिस को सूचना दिया गया कि गहरे खदान में कुछ शिर जैसा प्रतीत हो रहा है, सूचना मिलने पर थाना प्रभारी मुकेश शर्मा घटनास्थल पर पहुंचे जहां उन्होंने देखा कि शरीर का सिर वाला हिस्सा बाहर निकला हुआ है।
थाना प्रभारी ने खुद मासूम के शव को बाहर निकालने के लिए गहरे खदान में छलांग लगाकर बालक के शव को बाहर निकाले। बाहर निकालने पर देखें कि वह अंकित यादव ही है।
मासूम के शव को गहरे खदान से बाहर निकालने के बाद परिजनों से पहचान कराया गया साथ ही बालक के शव को लेकर पीएम रिपोर्ट के लिए भेजा गया।
ग्रामीणों का कहना है कि अंकित यादव नहाने के लिए गहरे खदान में आया होगा किंतु तैरने के अभाव के कारण बालक का डूबने से मौत हो गया।
कुछ दिनों पहले तिल्दा तहसील कार्यालय में राजस्व का शिविर लगा हुआ था जिसमें स्थानीय मीडिया कर्मियों द्वारा तहसीलदार एवं अपर कलेक्टर से सवाल किए गए थे कि आसपास क्षेत्र में अवैध खनन की खबरें आ रही हैं जिसमें तहसीलदार ने जवाब दिया था कि शिकायत मिलने पर कार्यवाही की जाएगी।
आपको यह भी बता दे कि ग्राम पंचायत कोहका में भू माफियाओं के द्वारा अवैध खनन कर के दर्जनों गहरे खदान का निर्माण कर दिया गया है जो भविष्य में और बड़ी दुर्घटना का कारण बन सकता है। अवैध खनन करने वालों पर किन का होता है संरक्षण क्या अधिकारी भू माफियाओं से मिले हुए हैं।